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खण्ड शिक्षा अधिकारी
विकास खण्ड स्तरीय प्रशासन एवं प्रबंधन खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा किया जाता है। खण्ड शिक्षा अधिकारी शैक्षणिक पर्यवेक्षण, सहयोग, शैक्षिक गुणवत्ता निर्धारण एवं निरीक्षण हेतु उत्तरदायी अधिकारी हैं। खण्ड शिक्षा अधिकारी के दायित्व मुख्यतः हैं –
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Mr. Surendra Bahadur Singh is the Block Education Officer in Sakaldiha.
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ब्लॉक संसाधन केन्द्र
ब्लॉक संसाधन केन्द्र शैक्षिक सहयोग प्रदान करने, शिक्षक प्रशिक्षण आयोजित करने, वर्कशाप द्वारा शिक्षकों के कौशल संवर्धन करने एवं शिक्षकों को नवीन कार्यों के प्रति प्रोत्साहित कर शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन हेतु एक विशिष्ट केन्द्र है।
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Block Resource Centre
Block Resource Centre is to provide the academic support, to conduct teacher’s training, to encourage creative skills of the teachers organizing workshops, meetings and opportunities with sharing all good practices.
BRC Sakaldiha
B.R.C. Dhaurahara is the educational resources center for Sakaldiha Block. It’s 6 Km. far from Sakaldiha town, well connected with road and transport.
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ACADEMIC RESOURCE PERSONS
There are 05 Subject specialist ARP’s at B.R.C. to manage the school visits and to provide the educational support for different subjects. They conduct academic & co-curricular activities and develop low cost T.L.M. for teaching learning along with best teaching plans examples.
ARP’s for educational support.
There are 05 ARP’s to provide educational support in school with daily visit basis with pre-decided travel plan. ARP’s are always ready to provide best teaching practices in school classrooms to give some insights to the teachers.
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ARP's are pillars for educational and academic support with quality inputs..
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न्याय पंचायत संसाधन केन्द्र
न्याय पंचायत संसाधन केन्द्र शैक्षिक सहयोग प्रदान करने, शिक्षक प्रशिक्षण आयोजित करने एवं वर्कशाप द्वारा शिक्षकों के कौशल संवर्धन करने हेतु न्याय पंचायत स्तर पर संचालित एक केन्द्र है।.
न्याय पंचायत सकलडीहा
न्याय पंचायत सकलडीहा विकास खण्ड सकलडीहा के १३ न्याय पंचायतों में एक है। यह प्राथमिक विद्यालय सकलडीहा-प्रथम में एक भवन में संचालित होती है।
शिक्षा संवर्धन हेतु किसी शिक्षक का निरीक्षण या पर्यवेक्षण करने से अधिक आवश्यक है उस शिक्षक को उसके कर्तव्यों के प्रति जागरुक एवं प्रोत्साहित करना। काम बोलता है और किसी शिक्षक के लिए उसका शिक्षण कार्य ही उसकी अस्मिता का निर्धारक है।
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