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विभिन्न समितियाँ एवं समूह
विद्यालय संचालन में सहयोगी अभिभावकों, छात्रों एवं शिक्षकों की समितियाँ व समूह
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1: माँ समूह
विद्यालय में संचालित मध्याह्न भोजन योजना के संचालन में सुधारात्मक पर्यवेक्षण, भोजन की गुणवत्ता एवं भोजन निर्माण की तैयारियों के देखरेख व मूल्यांकन, रसोईयां व छात्रों में पौष्टिक भोजन के प्रति संवेदना, जागरुकता तथा स्वच्छता के प्रति जागरुकता सुनिश्चित करने में सहयोग के दृष्टिगत मां समूह का गठन किया गया है जिसमें विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों की माताओं की खुली बैठक कर छः प्रतिनिधि माताओं का एक समूह निर्मित किया गया है। यह समूह प्रतिदिन विद्यालय में भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करता है एवं त्रैमासिक बैठकें कर कार्यों की समीक्षा व योजनाएं बनाता है।
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2: अभिभावक-शिक्षक समिति (PTA)
शिक्षक अभिभावक समूह द्वारा बैठक त्रैमासिक या प्रत्येक माह के तीसरे शनिवार को आयोजित की जाती है। इस बैठक में अभिभावकों से छात्रों के अधिगम स्तर के सम्बन्ध में चर्चा की जाती है एवं आ रही कठिनाईयों के हल के लिए सहयोग माँगा जाता है। बच्चों की नियमित उपस्थिति के लिए भी सहयोग की अपेक्षा की जाती है। साथ ही समस्त विभागीय योजनाओं की जानकारी देकर उनके लिए व्यापक जागरुकता एवं सहयोग की अपेक्षा भी की जाती है। इस बैठक में अभिभावकों को शिक्षण के ऑनलाइन माध्यमों तथा मोबाइल ऐप की भी जानकारी दी जाती है एवं उनके प्रयोग के लिए निरन्तर प्रोत्साहित किया जाता है।
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3: बाल संसद
बाल संसद विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों के मध्य लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति रुचि एवं लोकतंत्र की समझ के लिए गठित किया जाने वाला मंच है। इस समूह में छात्र ही संसद की प्रत्येक भूमिका में सजे रहते हैं। निर्वाचन की प्रक्रिया की गहरी समझ के लिए भी बाल संसद महत्वपूर्ण है। अध्ययनरत छात्रों में से चुनाव के द्वारा चुना गया प्रधानमंत्री, उपप्रधानमंत्री एवं अन्य मंत्रिमण्डल छात्रों की प्रत्येक समस्या को सुनता है एवं उनके हल के लिए विद्यालय प्रशासन से संवाद कर उपाय तलाशता है। यह प्रक्रिया छात्रों की, छात्रों के लिए, छात्रों के द्वारा है।
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4: मीना मंच
मीना मंच विद्यालय में अध्ययनरत सभी छात्राओं का प्रतिनिधि मंच है। इस मंच के माध्यम से छात्राएँ विद्यालय की समस्त गतिविधियों में सम्मिलित होती हैं एवं अपना सहभाग देती हैं। मीना मंच की गतिविधियों से छात्राओं में प्रतिनिधित्व, नेतृत्व, प्रतिभागिता एवं सहकारिता के गुण विकसित होते हैं। साथ ही शैक्षिक एवं सह शैक्षिक गतिविधियों में भी इस मंच की विशिष्ट भूमिका है। बाल संसद की ही भाँति मीना मंच का गठन भी लोकतांत्रिक है एवं छात्राओं में लोकतांत्रिक जागरुकता उत्पन्न करने में सहायक है।
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इन सुविधाओं के अतिरिक्त उत्तम शिक्षण प्रदान करने हेतु विद्यालय संकल्पित है.